देहरादून: राजधानी देहरादून में कांग्रेस नेता और प्रॉपर्टी डीलर राजीव जैन के घर पर आईटी ने छापेमारी की. राजीव जैन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाते हैं. कांग्रेस नेता के घर पर आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि राजीव जैन बीते 3 वर्षों से अस्वस्थ होने की वजह से संगठन में सक्रिय नहीं रहे और ना ही इस दौरान वह पार्टी के किसी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं.
करन माहरा का कहना है कि हम पहले से यह कयास लगा रहे थे कि इस बार नगर निकाय चुनाव से पूर्व किस कांग्रेस के नेता घर पर ईडी या सीबीआई की रेड पड़ेगी. आईटी ने राजीव जैन के घर पर पहुंच कर छापेमारी की है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसी भी चुनाव से पहले किसी न किसी कांग्रेस के नेता पर आईटी और सीबीआई का शिकंजा डालकर सुर्खियां बटोरती आई हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि राजीव जैन बीते लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे हैं और पिछले 3 साल से संगठन में सक्रिय नहीं हैं.
करन माहरा का कहना है कि ऐन चुनाव से पहले किसी कांग्रेस नेता पर ऐसी कार्रवाई कांग्रेस नेताओं को अपेक्षित थी. उन्होंने कहा कि आईटी की तरफ से जब जमीनों के दस्तावेजों के कागजों की जांच की जाएगी, तब पता चल पाएगा कि किसकी सरकार में जमीनों की खरीद फरोख्त की गई है. करन माहरा का कहना है कि जांच के बाद किसको जेल की सलाखों में डाला जाता है ये तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा. लेकिन कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से आश्वस्त है कि राजीव जैन अकेले दोषी नहीं पाए जाएंगे. बता दें कि, पूर्व सीएम हरीश रावत के करीबी और कांग्रेस नेता राजीव जैन और उनकी बहन के घर आज आईटी ने रेड मारी है, जिसके बाद सियासत भी तेज हो गई है.