चम्पावत : चम्पावत के जंगल में इन दिनों बहुतायत में काफल लगे हुए हैं। फुलारागांव, मुड़ियानी, बनलेख की महिलाएं काफल तोड़ने तड़के जंगल जा रही हैं। पूर्वाह्न में जंगल से वापसी के बाद महिलाएं एनएच किनारे ताजे रसीले काफलों की बिक्री कर रही हैं। स्कूल से छुट्टी होने के बाद बच्चे उनके इस कार्य में मदद कर रहे हैं। एनएच में चलने वाले यात्री ताजे काफलों का आनंद ले रहे हैं। काफल बेचने वाली महिलाएं हरू देवी, गीता देवी, सुमन, कलावती आदि ने बताया वे दिन भर में दो सौ से चार सौ रुपये तक काफल की बिक्री कर रही हैं। कहा इससे उनकी अतिरिक्त आय हो रही है। पीजी कॉलेज के वनस्पति विभाग के डॉ.बीपी ओली का कहना है कि काफल का वनस्पतिक नाम माइरिका इस्कुलेंटा है। उन्होंने बताया कि काफल में विटामिन सी, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम और जिंक प्रचुर मात्रा में होता है।