एंटरटेनमेंट डेस्क: बॉलीवुड व टेलीविजन की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले अभिनेता पुनीत इस्सर आज अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक्टर पुनीत इस्सर की पहली फिल्म 'कुली' वर्ष 1983 में रिलीज हुई, जिसमें उन्होंने महानायक अमिताभ बच्चन के अपोजिट खलनायक का किरदार निभाया था। अब तक पुनीत इस्सर ने करीब 150 से ज्यादा फिल्मों में खलनायक का रोल निभाया है।
90 के दशक में टीवी पर प्रसारित हुई बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में दुर्योधन का शानदार
किरदार निभा कर पुनीत देश भर में घर-घर मशहूर हो गए थे। लेकिन, क्या आपको ये दिलचस्प किस्सा पता है कि अपनी इस भूमिका की
वजह से वह जेल तक पहुंच गए थे।
चीर हरण वाले सीन पर दर्ज हुआ था केस
दरअसल, जब उनका और रूपा गांगुली का चीर हरण वाला सीन टीवी पर प्रसारित हुआ, तब उनके खिलाफ वाराणसी में एक केस दर्ज करा दिया गया था और कोर्ट ने भी पुनीत इस्सर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। फिर एक दिन पुलिस अचानक अभिनेता के घर आई और उन्हें उठाकर जेल ले गई।
अतीत का ये पूरा वाकया पुनीत इस्सर ने एक चैट शो में बयां
किया। उन्होंने बताया कि
महाभारत की
शूटिंग जारी थी और एक दिन मैं अपने घर से कहीं जा रहा था। लेकिन, अचानक से पुलिस मेरे सामने आई और बोली आपको हमारे साथ चलना
होगा। तब मैंने सोचा भी था कि ऐसा मैंने क्या कर दिया। उन्होंने बताया कि आपके
खिलाफ किसी ने वाराणसी कोर्ट में मामला दर्ज किया है और आपके नाम का वारंट भी जारी
हुआ है।
डायरेक्टर्स ने सुलझाया था मामला
एक्टर पुनीत इस्सर ने कहा कि पुलिस ने बताया कि वाराणसी
के एक व्यक्ति ने ऐसा किया है क्योंकि, आपने जो द्रौपदी
का चीरहरण किया था उससे वह व्यक्ति काफी दुखी और आहत हो गए थे। मैंने उनसे कहा था
कि पकड़ना है तो अतीत में जाकर महाभारत के लेखक वेद व्यास जी को पकड़ो। फिर इस
मामले को उस वक्त किसी तरह निर्देशक बीआर चोपड़ा और रवि चोपड़ा ने सुलझा लिया।