हरिद्वार। आशा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकत्री एकता यूनियन ने शुक्रवार को कार्य बहिष्कार के चौथे दिन जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने आशा कार्यकर्ताओं को बकाया भुगतान को तीन दिन का समय दिया। उधर, संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश्वरी चैहान ने कहा कि बकाया भुगतान मिलने तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। यूनियन पदाधिकारियों का आरोप है कि शासन प्रशासन उनकी मांगों को अनुसना कर रहा है। आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार काम के बदले एक वेतन निर्धारित कर दे। कहा कि आशाओं को मासिक देय राशि और अन्य मदों के बकाये का समय पर भुगतान की व्यवस्था की जाए। क्योंकि सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं पर गर्भवती महिलाओं की देखभाल, शिशु मृत्यु दर को कम करने व बच्चों के टीकाकरण कराने की समेत अन्य कई जिम्मेदारी सौंपी है। यूनियन की अध्यक्ष राजेश्वरी चैहान ने बताया कि जिले में इस समय लगभग 1400 आशा कार्यकर्ता सरकार की विभिन्न योजनाओं में काम कर रही हैं। जिनने कोरोना व डेंगू सर्वे, पल्स पोलियो अभियान, गर्भवती महिलाएं व बच्चों का टीकाकरण समेत घर घर जाकर कोरोना रोकने की दवा आदि देने का काम शामिल है। प्रदर्शन करने वालों में सुरेंद्र सुधा, सविता सौदाई, सुधा, नीलम, सुरेंद्र शर्मा, सावित्री, सरिता, परवीन, सुनीता, मनोज रानी, पुष्पा चैहान, दीपाली, कौशल, पूनम, प्रवीन, रंजीता, रीना शर्मा, सुदेश, सावित्री, निशा, मालती, प्रीति, सीमा, भारती, कुसुम, नीलम देवी, गीता देवी आदि शामिल रही।