टीवी जगत में सुधा चंद्रन को भला कौन नहीं जानता होगा। टीवी शो में विलेन का किरदार निभाकर घर-घर में मशहूर हुईं सुधा चंद्रन का आज जन्मदिन हैं। चलिए जानते हैं एक्ट्रेस की 57वें जन्मदिन के अवसर पर उनसे संबंधित कुछ खास बातें।
सुधा ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत तेलुगु फिल्म 'मयूरी' से की थी। यह फिल्म उन्हीं की जिंदगी पर आधारित थी। बाद में ये फिल्म तमिल, मलयालम में डब की गई और इसका हिन्दी रीमेक 'नाचे मयूरी' बना।
जब सुधा 17 साल की थी तब उनके साथ एक बड़ा हादसा हुआ जिसमें उनका पैर काटना पड़ गया था। पैर जाने के बाद उनका डांसिंग करियर खतरे में पड़ गया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और नकली पैर से तैयारी कर फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में अपना अलग पहचान कायम की।
सुधा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, वह डांस करना चाहती थीं, लेकिन पैर के बिना डांस करना बहुत मुश्किल था।
जब उनका एक्सीडेंट हुआ था, तब उन्हें लगा कि वे जीवन भर डांस नहीं कर पाएंगीं, लेकिन फिर उन्हें आर्टिफिशियल पैर मिला और फिजियोथैरपी की मदद से उन्होंने 3 साल में अपने नकली पैरों पर चलना सीख लिया।
सुधा ने सीरियल 'अब तक 'बहुरानियां', 'चंद्रकांता', 'कभी इधर कभी उधर', 'चश्मे बद्दूर', 'अंतराल', 'कैसे कहूं', 'कहीं किसी रोज', 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी, 'कस्तूरी', 'अदालत', नागिन, जैसे कई टीवी शोज में देखी जा चुकी हैं।