उत्तरकाशी: गंगोत्री व यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को यहां के स्थानीय उत्पाद जूस, मसाले, दालें, ऊनी वस्त्र व रिंगाल से बनी टोकरियां आदि खूब पसंद आ रहे हैं। इसी का परिणाम है कि यात्रा मार्ग पर खोले गए स्टॉलों से चार दिन में एक लाख से अधिक रुपये की बिक्री हो चुकी है।एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना (आईएलएसपी) के सहयोग से जिला प्रशासन ने यात्रा पड़ावों पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री शुरू की है, जिसके तहत गंगोत्री, यमुनोत्री हाईवे और बदरीनाथ व केदारनाथ जाने वाले बाईपास मार्ग उत्तरकाशी-लंबगांव रोड पर सुक्की टॉप, गरतांग गली, मनेरी फॉल, मैगी प्वाइंट, भटवाड़ी, नलुणा, धरासू व खरादी आदि में 12 जगह स्थानीय उत्पादों के अस्थाई स्टॉल लगाए जा रहे हैं। 5 मई से शुरू किए गए इन स्टॉलों में यात्रियों के लिए राजमा दाल, मसाले, जूस, जैम, काष्टकला, रिंगाल की टोकरियां, फैंसी लाइट, शहद, शीलोटा नमक, खीरा, एलईडी बल्ब, आचार आदि बिक्री के लिए रखे गए हैं। जिनमें तीर्थयात्रियों को खास तौर पर माल्टा व बुरांश का स्क्वैश, मसाले, पहाड़ी दालें, ऊनी वस्त्र और रिंगाल की टोकरी खूब पसंद आ रहे हैं, जिनमें चार दिन में स्टॉलों से कुल 137000 रुपये की बिक्री हो चुकी है।