जिला पंचायत की बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यो की समीक्षा की गई। वन विभाग, स्वजल, जल संस्थान व एमडीडीए के कार्यो पर सबसे ज्यादा सवाल खड़े हुए। जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि जिन निर्माण कार्यो में अनियमितता पाई गई हैं, उनकी विभागीय अधिकारी मौके पर जाकर जांच करें। कहा कि अधिकारी विकास कार्यो की डीपीआर समय पर तैयार करें।
शनिवार को गांधी रोड स्थित जिला पंचायत सभागार में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। जिसमें पेयजल, विद्युत, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, वन विभाग ने हिस्सा लिया। सदस्यों ने कई अधिकारियों के कामकाज पर सवाल उठाए। हरिपुरकला सदस्य दिव्या बेलवाल ने कहा कि क्षेत्र में जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग को नुकसान की भरपाई के लिए प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं, मगर अधिकारी मुआवजे का भुगतान नहीं कर रहे हैं। कहा कि वर्ष 2017 से मुआवजे की फाइल विभाग में धूलफांक रही है। धारकोट चौबीसद्वारा के सदस्य अश्वनी बहुगुणा ने स्वजल, जलसंस्थान के कार्यो पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभागों ने क्षेत्र में एक करोड़ रुपये की पाइप लाइन बिछा तो दी है, लेकिन पानी की सप्लाई शुरू नहीं की। विभाग हर माह पानी का बिल भेज रहा है। कहा कि मसूरी देहरादून प्राधिकरण (एमडीडीए) उन दुकानों के चालान काट रहा है, जिनका लैंड ट्रासफर एमडीडीए में नहीं हुआ है।