वेट लॉस के लिए ज्यादातर लोग ब्रेकफास्ट में ओट्स या फिर मूसली खाते हैं. ये दोनों ब्रेकफास्ट का हेल्दी विकल्प हैं, लेकिन अगर दोनों में से किसी एक को चुनना हो, तो क्या खाना ज्यादा बेहतर रहेगा, ये आपको जानना चाहिए. इसके लिए सबसे पहले जानिए कि ओट्स और मूसली में क्या अंतर है.
ओट्स और मुसली में अंतर
ओट्स और मूसली दोनों ही मुख्य रूप से साबुत अनाज से बने होते हैं. मूसली को आप बिना पकाए ही खा सकते हैं, लेकिन ओट्स को पकाकर ही खाना चाहिए. मूसली मुख्य रूप से चोकर या कॉर्नफ्लेक्स से बनती है. ओट्स ग्रास के रोल्ड सीड्स से बनते हैं.
एक बड़ा अंतर ये है कि मूसली को ज्यादातर ठंडा ही खाया जाता है, लेकिन ओट्स को लोग गर्म ही खाते हैं.
पोषक तत्वों से भरपूर
ओट्स प्रोटीन और फाइबर जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. मुसली में प्रोटीन की ज्यादा मात्रा होती है. ओट्स और मुसली दोनों में मैग्नीशियम, आयरन, कैल्शियम और विटामिन बी की अच्छी मात्रा होती है, लेकिन मुसली में एडेड शुगर भी होता है, जो इसके पोषक तत्वों को कम करने का काम करता है.
हालांकि बाजार में आपको मुसली की नो शुगर वैरायटी भी मिल जाएगी. ओट्स की बात करें तो इसमें कैलोरी और फैट की मात्रा कम होती है, इसलिए फैट को कम करने के लिए ये एक अच्छा विकल्प है.
फाइबर कंटेंट की उच्च मात्रा
मुसली में फाइबर कंटेंट और साबुत अनाज की उच्च मात्रा होती है, इसलिए ये डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए अच्छी होती है. मुसली खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है. इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में भी मदद मिलती है. ये इंफ्लामेशन को कम करने में भी मददगार है.
ओट्स में कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है. इसमें फैट, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीटेंड प्लांट कम्पाउंड होते हैं, जो आपको फायदा पहुंचाते हैं.
ज्यादा बेहतर विकल्प कौन सा है?
ओट्स और मूसली दोनों ही हेल्दी ब्रेकफास्ट हैं, लेकिन अगर आपको इनमें से किसी एक को चुनना है तो एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आपको ओट्स को चुनना चाहिए. मूसली में कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है. मुसली की तुलना में ओट्स में चीनी का न होना भी कैलोरी काउंट को कंट्रोल में रखता है. वेट लॉस के लिए अगर चुनना हो, तो ओट्स आपके लिए ज्यादा बेहतर विकल्प होगा.