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• Wed, 24 Feb 2021 7:37 am IST


कोरोना नहीं गया, सैंपल कम गए


हल्द्वानी- कागजों में कोरोना के केस कम होने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस जरूर ली है, लेकिन वास्तविकता यह है कि कुमाऊंभर में सैंपलिंग में कमी के कारण ही कोविड पॉजिटिव केस कम रिपोर्ट हो रहे हैं। हालांकि जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि कोरोना मरीज घटने से सैंपल कम लिए जा रहे हैं।

एक जनवरी 2021 को कुमाऊं के छह जिलों में अधिक से अधिक सैंपल लेकर कोविड की जांच के लिए भेजे जा रहे थे मगर 23 फरवरी को दो जिलों को छोड़कर अन्य जगह सैंपलिंग में कमी आई है। मंगलवार को कुमाऊं के चार जिलों में कोविड का एक भी केस नहीं आया है। दूसरी ओर सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में कोविड जांच के लिए महज साढ़े चार सौ सैंपल ही लिए जा रहे हैं।

राजकीय मेडिकल कॉलेज में 23 फरवरी की शाम चार बजे तक जांच के लिए महज 143 सैंपल पेंडिंग थे, जबकि आईवीआरआई में महज 295 सैंपल पेंडिंग थे। निजी लैब में भी अब कोविड जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैंपल नहीं भेजे जा रहे हैं। बेस अस्पताल के सीएमएस डॉ. हरीश लाल का कहना है कि विभाग से आदेश हैं कि चार सौ से साढ़े चार सौ सैंपल ही लिए जाएं, क्योंकि लैब में जांच के लिए अधिक संख्या में सैंपल पेंडिंग पड़े हैं।

कुमाऊं के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने कहा कि राज्य में कोविड के केस कम हुए हैं। केस कम होने के कारण ही सैंपलों की संख्या कम हुई हैं। क्योंकि पॉजिटिव आने पर ही संपर्क में आने वालों के सैंपल जांच के लिए भेजे जाते हैं। लक्षण होने पर ही सैंपल लिए जाते हैं। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या कम है। हर जिले के लिए मानक तय कर दिए हैं। उतने सैंपल होने के बाद ही निजी लैब में सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। फिर भी जिलों से पता किया जाएगा कि सैंपल कम क्यों कर रहे हैं। जिन जिलों में कोविड का एक भी केस नहीं है, फिर भी उन्हें कोविड मुक्त जिला नहीं कहा जाएगा। मार्च से तीसरे चरण के कोविड टीकाकरण की तैयारी है। तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए आशाएं और एएनएम घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के आधार पर चुनाव आयोग से भी आयु वर्ग को लेकर मदद ली जा सकती है।बता दें कि कोविड टीकाकरण अभियान का शुभारंभ 16 जनवरी को हुआ था। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को और दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया था। अभी छूटे हुए स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के साथ ही दूसरी डोज भी लगाई जा रही है। तीसरा चरण मार्च से शुरू होने की संभावना है। अब 50 या 50 वर्ष से अधिक एवं गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को टीका लगाया जाएगा। एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि डाटा संकलन के लिए आशाएं और एएनएम सर्वे करेंगी। साथ ही चुनाव आयोग 2019 के लोकसभा चुनाव का डाटा लिया जा सकता है। सुशीला तिवारी अस्पताल में नई सीटी स्कैन मशीन आ गई है। बता दें कि सीटी स्कैन मशीन 15 वर्ष पुरानी हो चुकी थी और आए दिन खराब हो जाती थी। मरीजों को बाहर महंगी दरों पर सीटी स्कैन कराना पड़ता था। विश्व बैंक की ओर से एसटीएच में मंगलवार को 160 स्लाइड की सीटी स्कैन मशीन आ गई है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने कहा कि जल्द ही नई मशीन से मरीजों का सीटी स्कैन किया जाएगा। सुशीला तिवारी अस्पताल में पांच कोविड पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं और दो की हालत गंभीर है, जबकि आइसोलेशन में नौ लोगों को रखा गया है। मंगलवार को जिले में कोविड पॉजिटिव तीन केस आए और 428 की रिपोर्ट का इंतजार है। दूसरी ओर जिले के नौ केंद्रों पर 1125 में 722 को टीका लगाया गया। एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया गया। बुधवार को पांच केंद्रों पर टीका लगेगा।