भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार के सख्त रवैये और बजट 2022 में क्रिप्टो या अन्य डिजिटल एसेट से होने वाले लाभ पर 30 फीसदी का भारी टैक्स व क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक फीसदी टीडीएस का निर्णय अब रंग दिखाने लगा है। इसका असर ये हो रहा है कि भारतीय निवेशकों के लिए अब रुपये में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना मुश्किल होता जा रहा है। पहले क्वाइनबेस और अब कॉइनस्विच कुबेर ने भी अपने एप पर यूपीआई और बैंक ट्रांसफर के जरिए जमा होने वाले भारतीय रुपयों से क्रिप्टोकरेंसी की खरीदी के सारे विकल्प बंद कर दिए हैं।दरअसल, देश में यूपीआई पेमेंट की निगरानी करने वाले एनपीसीआई के रडार पर आने के बाद पहले अमेरिका बेस्ड क्रिप्टो एग्रिगेटर क्वाइनबेस ने भारत में लॉन्च होने के महज तीन महीने बाद ही क्रिप्टोकरेंसी खरीद के लिए यूपीआई पेमेंट पर रोक लगा दी। अब क्वाइनबेस के बाद एक ओर क्रिप्टो एग्रिगेटी क्वाइनस्विच कुबेर ने भी बड़ा कदम उठाया है। ताजा रिपोर्ट के अनुसार इसने अपने एप से रुपये में होने वाली सभी डिपॉजिट सेवाओं को अस्थाई तौर पर रोक दिया है। यानी यूपीआई के जरिए क्रिप्टो खरीद बंद कर दी गई है। इसके अलावा अब कंपनी के मोबाइल एप पर यूपीआई के माध्यम से बैंक ट्रांसफर जैसे एनईएफटी और आरटीजीएस पर रोक लगा दी है।