कर्नाटक के नए प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने संकेत दिए कि, छात्रों के हित में आने वाले दिनों में स्कूली पाठ्य पुस्तकों में संशोधन हो सकता है।
हिजाब पर पाबंदी हटाने को लेकर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। उन्होंने लोगों से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रद्द करने की सरकार की योजना पर जवाब का इंतजार करने को कहा। भाजपा सरकार के दौरान स्कूली पाठ्यपुस्तकों में बदलाव किए गए थे। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में स्कूली पाठ्यपुस्तकों में किए गए बदलावों को रद्द करने का वादा किया था।
पार्टी ने एनईपी को खत्म करने का भी वादा किया था। बंगारप्पा ने कहा, मैं कांग्रेस की घोषणापत्र समिति का उपाध्यक्ष था और घोषणापत्र में हमने स्पष्ट रूप से कहा था कि छात्रों के भविष्य के हित में पाठ्यपुस्तक में संशोधन होगा। हम नहीं चाहते कि छात्रों का दिमाग प्रदूषित हो।
उन्होंने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, हम पहले ही कह चुके हैं कि, छात्र स्कूलों में शिक्षित होने के लिए आते हैं, और हम नहीं चाहते कि इसमें व्यवधान पैदा हो और इस संबंध में सरकार या मैं या अधिकारियों या सिस्टम की ओर से कोई गलती नहीं होनी चाहिए। हमने प्रतिबद्धता जताई है।