जोशीमठ-मलारी हाईवे पांचवें दिन भी नहीं खुल पाने के चलते अब एसडीआरएफ वैकल्पिक पैदल रास्ता बना रहा है। ताकि हाईवे बंद होने के चलते फंसे नागरिकों को पहले तो धौलीगंगा में बोट के जरिये निकाला जाए, फिर पैदल रास्ते से सुरक्षित आवाजाही कराई जा सके। जोशीमठ-मलारी हाईवे पर तमक के पास मरखुडा में बीते नौ दिनों से लगातार पहाड़ी दरकने का सिलसिला जारी है। कुछ दिन पहले भूस्खलन के बाद बीआरओ ने सड़क खोल कर आवाजाही सुचारू कर दी थी। लेकिन पिछले पांच दिन से फिर भूस्खलन शुरू हो गया। राजमार्ग बंद होने से भारत-चीन सीमा पर सेना और आइटीबीपी के साथ 12 सीमांत गांवों में आवाजाही ठप है। इसलिए एसडीआरएफ के जवान यहां पैदल मार्ग बना रहे हैं।