गोपेश्वर : बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई सालों से परेशानी का सबब बने पागलनाला में करीब 90 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण होगा। तीन साल में सुरंग बनकर तैयार हो जाएगी। इसके बाद इस सुरंग के अंदर से ही यात्रा वाहन गुजरेंगे। सुरंग भूमिगत होगी या ओपन, इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) डीपीआर तैयार कर रहा है।पागल नाला में वर्ष 1999 से लगातार भूस्खलन हो रहा है। यहां पास ही स्थित टंगणी गांव के साथ ही कृषि भूमि पर भी भू-धंसाव का खतरा बना हुआ है। वहीं पागल नाला में हाईवे पर टनों मलबा भर गया है, जिससे स्थानीय लोगों के अलावा बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब की यात्रा पर पहुंच रहे तीर्थयात्रियों के साथ ही फूलों की घाटी व अन्य पर्यटन स्थलों पर आ रहे पर्यटकों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।वाहन तीखी चढ़ाई पर जाकर फिर ढलान पर आवाजाही कर रहे हैं। समस्या को देखते हुए पूर्व में बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने नाले में ह्यूम पाइप डालकर वाहनों की आवाजाही करवाई थी, लेकिन यह प्लानिंग फेल हो गई। लगातार नाले में मलबा और बोल्डर आने से अब एनएचआईडीसीएल ने यहां सुरंग निर्माण को ही एकमात्र विकल्प बताया है।