राज्य में पांच गोट वैली यानि बकरी घाटियां बनाई जाएंगी। इसका उद्देश्य बकरी दूध का उत्पादन बढ़ाना है। इन घाटियों को पर्यटन के लिहाज से भी विकसित किया जाएगा। जुलाई के पहले हफ्ते में देहरादून में हुई बैठक में पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इस संबंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए हैं।बकरी का दूध प्री-बायोटिक, एंटी इंफेक्शन और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। डेंगू के फैलने पर प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले प्रोडेक्ट के तौर पर भी इसे पहचाना जाता है। उत्तराखंड में बकरी पालन की काफी अच्छी संभावनाएं हैं। विभाग ने 5 वैली को गोट वैली के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। इससे रोजगार व पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।