श्रीनगरः अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने एचएनबी गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने विवि की कुलपति को छात्रहितों का विरोधी बताते हुए गढ़वाल विवि में हुई नियुक्तियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. एबीवीपी ने कहा कि कोरोनाकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन कुलपति भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए आज भी नियुक्तियों को लेकर ऑनलाइन साक्षात्कार लिया जा रहा है. एबीवीपी ने कहा कि अगर केंद्र सरकार जल्द कुलपति को बर्खास्त नहीं करती है तो आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा.गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप राणा और छात्रनेता अमन पंत के नेतृत्व में गढ़वाल विवि की कुलपति के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कुलपति कार्यालय का मुख्य प्रवेश द्वार नहीं खोले जाने पर एबीवीपी कार्यकर्ता प्रवेश द्वार फांदकर कार्यालय परिसर पहुंचे. जहां उन्होंने कुलपति व विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया.
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष संदीप राणा ने बताया कि पहाड़ की विषम परिस्थितियों और एनटीए की सीयूईटी प्रवेश परीक्षा में लापरवाही से छात्र गढ़वाल विवि में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं. संदीप ने मांग करते हुए कहा कि छात्रों को गढ़वाल विवि में प्रवेश में 50 फीसदी आरक्षण दिया जाना चाहिए. गढ़वाल विवि से यूजी उत्तीर्ण छात्रों को पीजी की कक्षाओं में प्रवेश में 5 प्रतिशत वेटेज फिर से लागू किया जाना चाहिए.