एनआईए के बड़े ऑपरेशन के बाद पीएफआई के खेमे में खलबली मच गयी है। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगा सकती है।
इसी बीच राष्ट्रवादी मुस्लिम संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, भारत फर्स्ट और हिंदुस्तान फर्स्ट हिंदुस्तानी बेस्ट ने संयुक्त रूप से नई दिल्ली में बैठक कर पीएफआई पर सरकार की पहल का समर्थन करते हुए इसे बैन करने की मांग की है। मंच ने कहा कि, जब भी इस देशद्रोही संगठन को लगता है कि उस पर कार्रवाई हो सकती है तब तब यह संगठन चूहे की तरह बिल में घुस जाता है। मंच सरकार से मांग करती है कि इस आतंकी संगठन को तुरंत नेस्तनाबूद किया जाए।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजाल और शाहिद अख्तर ने कहा कि, एनआईए को इस एंटी टेरर सर्च ऑपरेशन में भारी कैश, डिजिटल डिवाइस, आपत्तिजनक दस्तावेज और तेजधार हथियार बरामद हुए हैं। साथ ही इसमें 106 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें कई नेता और पीएफआई सदस्य शामिल थे।
मंच के संयोजकों का मानना है कि, केंद्र सरकार, स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया यानी सिमी की तरह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध लगा सकती है क्योंकि छापेमारी के दौरान जो कुछ भी सामने आया है उसकी मदद से इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने का पूरा आधार बनता है।
इसे लेकर दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह ने एक उच्चस्तरीय बैठक भी की थी जिसमें एनएसए चीफ अजीत डोभाल और एनआईए चीफ समेत तमाम बड़े अधिकारी मौजूद थे। मंच का कहना है कि, वो सरकार की कार्रवाइयों का समर्थन करता है। और इस पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन पर अति शीघ्र कठोरतम कार्रवाई की मांग करता है।