चमोली-बांज-बुरांश के जंगलों में लगी आग पर तीन दिन बाद भी काबू नहीं पाया जा सका है। पत्तियों के ढेर में आग एक स्थान से दूसरे स्थान तक फैलती जा रही है। आग के कारण पिछले एक सप्ताह से थराली सहित आसपास के क्षेत्रों में धुंध छाई है। हवा के साथ राख उड़ने से गले में खराश, सिरदर्द और आंखों में जलन की समस्या हो रही है। पर्यावरणविद महिपाल रावत, दमयंती रावत, रणजीत सिंह, दयाशंकर ने कहा जल्दी बारिश नहीं हुई, तो स्थिति बिकराल हो जाएगी।