आस्था का महापर्व महाकुंभ होने के बाद भी शहर के बाजार ठंडे पड़े हुए हैं। इसकी प्रमुख वजह कोरोना का बढ़ता हुआ संक्रमण माना जा रहा है, लेकिन बैरागी संतों के पंडाल लगने से बैरागी कैंप गुलजार हैं। यहां अस्थायी बाजार लगने से लोगों को अच्छा खासा रोजगार मिल रहा है।
बैरागी भगवान श्रीराम की आराधना करते हैं, इसलिए वह राम नवमी पर्व स्नान पर भी डुबकी लगाएंगे। इसके लिए बैैरागी कैंप में देशभर से संत और उनके अनुुयायी छावनियों में ठहरे हैं। इसलिए यहां अस्थायी बाजार लगने से भीड़ उमड़ रही है। इससे रेहड़ी, ठेहली पर फल, सब्जी और खाने-पीने, कपड़े आदि की दुकानों से रोजगार मिल रहा है।
बैरागी कैंप में भले ही व्यापार करने वाले दुकानदारों की अच्छी खासी कमाई हो रही है, लेकिन दुकानदारों के साथ ही खरीदारों की ओर से कोरोना गाइड लाइन का पालन भी नहीं किया जा रहा है। न तो लोग मास्क लगाने को लेकर गंभीरता दिखा रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। लोग भीड़ में और बिना मास्क लगाकर खरीदारी कर रहे हैं। इससे यहां कोविड संक्रमण का खतरा भी अधिक बढ़ रहा है।