देहरादून। आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक पद पर की गई नियुक्ति में अनियमितता के आरोप पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है। यह मामला अभी जवाब-तलब और आरोप-प्रत्यारोप के बीच ही झूल रहा है। पूर्व में जवाब तलब किए जाने के बाद शासन ने 10 दिन पहले एक पत्र भेजकर 10 बिंदुओं पर जवाब मांगा था। हालांकि, विवि प्रशासन इस पत्र को दबाकर बैठ गया। जवाब न मिलने पर अपर सचिव आयुष राजेंद्र सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए शीघ्र बिंदुवार जवाब देने को कहा है।
आयुर्वेद विवि व विवादों का चोलीदामन का साथ नजर आ रहा है। फरवरी माह में विवि में विवाद तब एक बार फिर गहरा गया था, जब कुलपति डॉ. सुनील जोशी ने प्रो. सुरेश चौबे को आदेश दिया कि वह डॉ. उत्तम कुमार शर्मा को कुलसचिव का अतिरिक्त पद्भार सौंपे। इस आदेश को मानने से प्रो. सुरेश ने इन्कार कर दिया था और वह अपने कक्ष में ताला लगाकर चले गए थे। इसके अलावा कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक पद पर आयुर्वेदिक चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. पीके गुप्ता को परीक्षा नियंत्रक बना दिया।