उत्तराखंड के चमोली में रविवार को आई आपदा के बाद भी सुरक्षा एजेंसियां अब पूरे क्षेत्र में सक्रिय हैं। चाहे वो केदारनाथ 2013 की ही आपदा रही हो। सेनाओ का हमेशा से ही अपने देश के प्रति सहयोग साफ़ नज़र आता हैं। यदि हम चमोली आपदा की बात करे तो सेना के हेलीकाप्टर इस समय आपदाग्रस्त क्षेत्र में राहत सामग्री के साथ ही फंसे हुए ग्रामीणों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। वहीं, सेना, एनडीआरएफ, आइटीबीपी व एसडीआरएफ इस समय टनल में फंसे व्यक्तियों को बाहर निकालने की कवायद में जुटे हुए हैं। सुरंग के दूसरे छोर तक पहुंचने और सुरंग में हवा पहुंचाने की योजनाएं मिलजुल कर बनाई जा रही है। वायुसेना ने पहले दिन एनडीआरएफ व नौसेना के कमांडों मार्कोस के साथ ही राहत सामग्री व उपकरणों को दिल्ली से लेकर प्रभावित इलाके तक पहुंचाने का काम किया है। ये सभी एजेंसियां मिलजुल कर इन कार्यों को अंजाम दे रही हैं। पहले दिन इन्हीं एजेंसियों ने सुरंग से 12 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता पाई थी। अब ये सभी आपसी समन्वय से ऋषिगंगा, धौलीगंगा व अलकनंदा नदी के किनारे लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं।