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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 31 Jan 2023 4:26 pm IST


Success Story: कभी कम नंबर आने पर स्कूल वालों ने नहीं दिया था एडमिशन, अब IPS बन कायम की मिसाल


यूपीएससी पास करके आईएएस आईपीएस अफसर बनने का सपना तो हर युवा देखता है। इसके लिए वह दिन रात मेहनत भी करता है लेकिन बहुत कम युवा ऐसे होते हैं जिन्हें सफलता का स्वाद मिल पाता है। आज हम आपको एक ऐसे ही आईपीएस अफसर  के बारे में बताएंगे जो बचपन में पढ़ाई में बेहद कमजोर थे लेकिन बाद में यूपीएससी पास कर मिसाल कायम कर दी। ये हैं आकाश कुल्हारी। आकाश के खराब प्रदर्शन की वजह से कई बार उनके माता-पिता को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। एक बार खुद आकाश ने बताया कि, '10वीं का रिजल्ट आने के बाद मुझे स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। ' आकाश कुल्हारी की प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर के एक स्कूल में हुई। साल 1996 में उन्होंने 10वीं केवल 57 फीसदी नंबरों के साथ पास की थी। ऐसे में उनके स्कूल ने उन्हें आगे की क्लास में एडमिशन नहीं दिया जिससे उन्हें स्कूल से बाहर होना पड़ा।
ऐसे में उनके पिता ने काफी भाग दौड़ करकेउनका एडमिशन केंद्रीय विद्यालय बीकानेर में करा दिया। यहां आकाश ने जमकर मेहनत की और 12वीं में 85 फीसदी नंबर हासिल किए।  इसके बाद उन्होंने 2001 में दुग्गल कॉलेज बीकानेर से बीकॉम और जेएनयू, दिल्ली से स्कूल ऑफ सोशल साइंस से एमकॉम किया।  जेएनयू में पढ़ाई करते वक्त ही आकाश ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी और साल 2006 में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्लियर कर ली।  इससे पहले साल  2005 में उन्होंने जेएनयू से एम फिल भी कंप्लीट कर लिया था। आकाश कुल्हारी ने एक बातचीत में बताया था, "ग्रेजुएशन के बाद मेरे सामने करियर के दो ऑप्शन थे, पहला ये थे कि मैं MBA करूं और कॉर्पोरेट फील्ड में जॉब करूं और दूसरा ऑप्शन था सिविल सेवाओं की तैयारी करना।   मेरी मां चाहती थी कि उनके बच्चे सरकारी अफसर बनकर देश की सेवा करें, इसलिए मां की इच्छा का सम्मान करते हुए मैंने सिविल सेवा परीक्षा देने का फैसला किया और पहले प्रयास में सफलता मिली तो छोटे भाई ने भी यही रास्ता चुना, वह भी आज अफसर है।