रुड़की : सरकारी कार्मिकों की चुनाव में ड्यूटी लगते ही अधिकांश दफ्तरों में सन्नाटा पसर गया है। कामकाज भी बंद हो गया है। तमाम जरूरी कार्यों को अब चुनाव के बाद ही करने की बात कहकर टाला जा रहा है।
आठ जनवरी को आचार संहिता लागू हो गई थी। अधिकारियों की ड्यूटी इससे पहले से ही लग गई थी। लेकिन, आचार संहिता से पहले तमाम अधिकारी दफ्तरों में बैठ रहे थे। यहां तक की रुटीन के कामकाज भी हो रहे थे। सबसे अधिक परेशानी तो राशन कार्डों को आनलाइन कराने में आ रही है। राशन कार्डों को आनलाइन करने का काम बंद कर दिया गया है। अब विभाग के तमाम अधिकारी एवं कर्मचारी सेक्टर, जोनल आदि टीमों के लिए तेल आदि की व्यवस्था में जुट गए है। दफ्तर पर लग रही भीड़ से पार पाने के लिए अधिकारियों ने दरवाजा तक बंद कर लिया है। इसी तरह से तहसील मुख्यालय पर जमीन की पैमाइश के लिए पहुंच रहे फरियादियों को भी मायूसी हाथ लग रही है। यहां से भी साफ कह दिया जा रहा है कि अब सब काम चुनाव के बाद होंगे। यहां तक की तहसील मुख्यालय पर लेखपाल आदि तक नहीं मिल पा रहे हैं। यही स्थिति ब्लाक पर खंड विकास अधिकारी से लेकर सहायक विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों की है। इस संबंध में जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने कहा कि इस समय प्रशासन की प्राथमिकता चुनाव हैं लेकिन, रूटीन के कार्य भी किए जाने हैं। इसलिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसी व्यवस्था बनाकर रखे, ताकि आम आदमी को परेशानी ना उठानी पड़े।