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Rashmi Panwar
• Wed, 9 Dec 2020 12:09 pm IST


बिर्थी फॉल पर रैपलिंग कर इन्होंने बनाया नेशनल रिकॉर्ड


साहसिक पर्यटन से जुड़ी उत्तराखंड के सीमांत जिले की आइस संस्था ने 148 मीटर ऊंचे बिर्थी फॉल में रैपलिंग कर नया इतिहास रचा है। टीम के 38 सदस्यों ने नया रिकॉर्ड बनाकर 125 मीटर ऊंचे आंध्र प्रदेश के कृतिका वाटर फॉल के नाम दर्ज राष्ट्रीय रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। आइस संस्था के 30 सदस्यों ने वाटर फॉल रैपलिंग का रिकॉर्ड बनाने में पांच घंटे का समय लिया। 

तल्ला जोहार मुनस्यारी के विश्व प्रसिद्ध 148 मीटर बिर्थी फॉल में आइस संस्था के 30 सदस्यों ने रविवार को रैपलिंग का राष्ट्रीय स्तर पर रिकॉर्ड बनाया। आइस संस्था ने जिला प्रशासन और अन्य के सहयोग से बिर्थी वाटर फॉल में रैपलिंग शुरू की। इसमें प्रसिद्ध साहसिक पर्वतारोही मनीष कसनियाल और जया क्षेत्री ने फॉल के टॉप से ठंडे पानी की धाराओं के वेग से संघर्ष करते 148 मीटर उतरकर राष्ट्रीय स्तर का कीर्तिमान बनाया।


झरने के तल पर उतरते ही वहां पर उपस्थित साहसिक खेल प्रेमियों, दर्शकों और आयोजकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। इस कीर्तिमान को बनाने के लिए संस्था के 22 पुरुष और आठ महिला सदस्यों ने प्रतिभाग किया।  आइस संस्था की कोशिश लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल होने की है। अब रिकॉर्ड दर्ज कराने के लिए आवेदन किया जाएगा। झरने के साथ रैपलिंग का रिकॉर्ड अभी आंध्र प्रदेश के नाम दर्ज है। जहां पर 125 मीटर की ऊंचाई से वाटर फॉल रैपलिंग की गई थी।