दिल, शुगर, बीपी आदि जानलेवा बीमारियों को ठीक करने के लिए आप जो दवांए खा रहे हैं क्या उन दवाओं की गुणवत्ता सही है। बाजार में आसानी से मिलने वाली कई कंपनियों की दवाओं पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। जी हां, बिल्कुल भी चौंकिए मत क्योंकि कई नामी फार्मा कंपनियों की दवाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं।दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करते हुए औषधि नियंत्रण विभाग ने इन सभी फार्मा कंपनियों के प्रोडक्ट परमीशन (उत्पाद की अनुमति) को निलंबित कर दिया है। उत्तराखंड में छह दवा निर्माण कंपनियों की दवाएं सब स्टैंडर्ड पाई गईं हैं। इनमें हरिद्वार, रुड़की व ऊधमसिंहनगर की फार्मा कंपनियां शामिल हैं।
जिस पर औषधि नियंत्रण विभाग ने इन दवाओं की प्रोडक्ट परमीशन (उत्पाद की अनुमति) निलंबित कर दी है। विदित है कि कुछ समय पहले भारतीय कंपनियों की ओर से बनाए गए कफ सिरप पीने से गांबिया और उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत की खबरें आई थी। इस प्रकरण के बाद से भारतीय दवा कंपनियां सवालों के घेरे में आ गईं थी।जिस पर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। सरकार ने नकली और खराब गुणवत्ता की दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि हाल ही में देशभर में फार्मा कंपनियों का निरीक्षण किया गया। ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन व राज्य के औषधि नियंत्रण विभाग के संयुक्त अभियान के तहत उत्तराखंड में भी 46 फार्मा कंपनियों की जांच की गई।