गणतंत्र दिवस को देखते हुए खादी के तिरंगे झंडे की मांग बढ़ गई है. गणतंत्र दिवस की तैयारी सभी शिक्षण संस्थान, सरकारी व निजी दफ्तरों, राजनीतिक व सामाजिक संस्था के कार्यालयों में जोरों पर चल रही है. गणतंत्र दिवस की धमक शहर के बाजारों में दिखने लगी है. गणतंत्र दिवस के मौके पर खादी के बने तिरंगे झंडे के लिए लोगों में रुझान देखा जा रहा है. आजादी की लड़ाई की प्रतीक कहे जाने वाले सूती के तिरंगे झंडे का अपना ही महत्व है. देश को आजाद कराने में स्वाधीनता के सिपाहियों ने खादी के तिरंगे के साथ अंग्रेजों से लोहा लेते हुए, उनको भारत छोड़ने को मजबूर कर दिया था. जिसके बाद लोगों में तिरंगे के प्रति देश प्रेम की भावना जगी और तिरंगे के माध्यम से आज भी वो अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति जता रहे हैं.