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• Fri, 19 Jul 2024 11:51 am IST


पानी की समस्या लेकर 95 किमी दूर कलेक्ट्रेट पहुंचे 75 वर्षीय बुजुर्ग


नई टिहरी। दोगी पट्टी के लोयल गांव के जिवालीधार तोक में निवासरत लोगों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है। वहां के लिए वर्ष 1983 में बनी क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत तक नहीं हो पाई है। ग्रामीणों को जल जीवन मिशन का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। मुनिकीरेती जल संस्थान की कार्यप्रणाली से परेशान गांव के एक 75 वर्षीय बुजुर्ग को समस्या के समाधान की आस में लोयल गांव से जिला मुख्यालय डीएम से मिलने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ा है।
जल-जीवन मिशन के तहत कार्यदायी संस्था को हर घर नल हर घर जल पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन लोयल गांव के जिवालीधार नामे तोक में निवासरत छह परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, जिससे ग्रामीणों को एक-डेढ़ किमी दूर से पानी ढोना पड़ रहा है।ग्रामीणों की समस्या का अंदाजा लगाया जा सकता है कि गांव के बुजुर्ग बचन सिंह को समस्या का समाधान कराने के लिए करीब 95 किमी का सफर तय करना पड़ा। वे नरेंद्रनगर ब्लाॅक में दूरस्थ दोगी पट्टी के लोयल गांव से गूलर, ऋषिकेश-नरेंद्रनगर होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने डीएम को दिए ज्ञापन में बताया कि लोयल गांव के जिवालीधार में छह परिवार वर्षों से रह रहे हैं। वहां के लिए 1983-84 के दौरान बनाई गई पेयजल लाइन की मरम्मत नहीं होने के कारण जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे सात-आठ महीने से लाइन पर पानी नहीं आ रहा है।पानी के संकट से जूझ रहे परिवारों को जल जीवन मिशन का लाभ भी नहीं दिया गया है, जिससे ग्रामीण गदेरे से पानी ढोने को मजबूर हैं। बुजुर्ग ने जिलाधिकारी से ग्रामीणों को नियमित पेयजल उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है।