हरतालिका तीज का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के रूप में मनाया जाता है. माना जाता है कि माता पार्वती के कठोर तप को देखकर शिवजी ने उन्हें दर्शन दिए थे और अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया. तभी से योग्य वर और पति की लंबी आयु के लिए हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है. हरतालिका तीज हर साल भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस साल हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा.
हरतालिका तीज का व्रत बड़ा ही कठिन नियमों वाला है. ज्यादातर स्त्रियां इस व्रत को निर्जला ही रखती हैं. सुहागिनें कठोर तप और पूजन से भगवान शिव को प्रसन्न करके अमर सुहाग का वरदान मांगती हैं. हरतालिका तीज पर की गई पूजा उपासना से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है. इस दिन कुछ विशेष उपायों से विवाह से जुड़ी हर समस्या का समाधान भी आपको मिल सकता है. थी. एसडीआरएफ एवं पुलिस टीम ने गोताखोरों के साथ ड्रोन की मदद से भी शव की तलाश की, लेकिन शव बरामद नहीं हो सका.