उत्तराखंड के इस जिले में आत्महत्या के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले कुछ महीनों में सुसाइड के कई मामले सामने आ चुके हैं। शांत समझे वाले इस जिले में सुसाइड के बढ़ते केसों ने आमजन के साथ ही मनोचिकित्सकों को भी सोचने को मजबूर कर दिया है। चिंता की बात है कि आत्महत्या करने वालों में शादीशुदा महिलाओं की संख्या अधिक है। जबकि, लव अफेयर में असफल होकरे सुसाइड की कोशिश करने वालों की संख्या भी कुछ कम नहीं हैं।
सीमांत में आत्महत्या के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। यहां औसतन हर दूसरे दिन एक व्यक्ति आत्महत्या का प्रयास कर रहा है। बीत तीन माह में ही 42 से अधिक लोग स्वयं की जान लेने की कोशिश कर चुके हैं। करीब दस लोग तो अपनी इस कोशिश में कामयाब भी रहे हैं। आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह, नशा, प्यार में असफल होना आदि वजह सामने आ रही हैं।