ट्रेनों में आग लगने की घटनाएँ बढ़ रही हैं जिसकी वजह काफी जान माल का नुक्सान होता है। उत्तराखंड में 13 मार्च को शताब्दी एक्सप्रेस के कोच में आग लगने की घटना की जांच के बाद एक फैसला लिया गया है। ट्रेनों में आग लगने की घटनाओं को देखते हुए रेल मंत्रालय ने ज्वलनशील पदार्थों के परिवहन और धूम्रपान के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया है जिसके चलते कोई भी अब ट्रैन में धूम्रपान नहीं कर पाएगा। साथ ही इस जागरूकता अभियान के बाद रेलवे आज से कानूनी कार्रवाई करना शुरू कर देगा और यह 30 अप्रैल तक जारी रहेगा।