भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया बुधवार को अपने घर पहुंचीं। इस दौरान वो अपने पिता को याद काफी भावुक हो गई थीं। मां के गले लग वंदना रो पड़ीं और कहा कि मेरी हर असफलता पर मेरी हिम्मत बढ़ा कर मुझे सफलता के लिए दोगुने जोश,मेहनत और उत्साह से तैयारी करने का हौसला देने वाला चला गया। वंदना कटारिया ने बताया कि आज सब भले ही उनकी तारीफ कर रहे हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था कि जब हम बहनें एक जोड़ी जूते आपस में शेयर करके हॉकी खेला करती थीं।