लक्सर: नगर में कूड़ा रिसाइक्लिंग के नाम पर लाखों रुपये के गोलमाल का मामला सामने आया है. आरोप है कि कूड़े को रिसाइकिल किए बिना ही लखनऊ की एक फर्म को प्रतिमाह करीब ढाई लाख रुपये का भुगतान किया गया. जबकि इस दौरान ट्रंचिग ग्राउंड पर एकत्रित कूडे़े को नगर में ही इधर-उधर खुले में फेंका जा रहा है. मामले में नगर पालिका की सभासद ने प्रशासन को शिकायत की गई है. साथ ही आरोपी फर्म का ठेका निरस्त करने की मांग की है.
नगर पालिका द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए एक फर्म को ठेका दिया गया है. नगर के सीमली वार्ड में बने ट्रंचिग ग्रांउड में कूडे़े को एकत्रित किया जाता है. यहां से इस कूड़े को रिसाइकिल कर खाद आदि बनाने के लिए लखनऊ की एक दूसरी फर्म को पालिका प्रशासन ने ठेका दिया. इसके लिए फर्म को प्रतिमाह ढाई लाख रुपए भुगतान किया जाता है.
वार्ड संख्या 2 की सभासद नीतू रानी ने आरोप लगाया कि बीते फरवरी माह से ट्रंचिग ग्राउंड में एकत्रित कई टन कूड़े को फर्म ने रिसाइकिल कर इससे खाद बनाने का कोई कार्य नहीं किया. इससे यहां टनों कूड़ा एकत्रित हो गया. इस कूड़े को पालिका प्रशासन द्वारा अपने वाहन और जेसीबी से उठवाकर प्रस्तावित न्यायालय भवन की भूमि पर डलवा दिया गया.
सभासद के पति कुलदीप वाल्मीकि मोनू ने आरोप लगाया कि कूड़े का निस्तारण नहीं होने के बावजूद पालिका प्रशासन की ओर से फर्म को प्रतिमाह सवा दो लाख से लेकर करीब ढाई लाख रुपये प्रतिमाह की दर से भुगतान किया गया. उन्होंने फर्म का कार्य संतोषजनक नहीं होने पर लिखित में पालिका प्रशासन को इसकी शिकायत की. साथ ही फर्म का ठेका निरस्त करने की मांग की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.