Read in App


• Wed, 6 Jan 2021 2:00 pm IST


खुलासाः कैंट बोर्ड का फर्जी स्टाॅफ बनकर बैंक से लिया लाखों रूपये का लोन



देहरादून। छावनी परिषद क्लेमनटाउन का फर्जी स्टाॅफ बनकर एक कर्मचारी ने बैंक से लाखों रूपये का लोन लिया है। किस्त जमा नहीं करने पर बैंक ने कैंट बोर्ड को इस संबंध में पत्राचार किया। कैंट बोर्ड क्लेमनटाउन के सीईओ अभिषेक राठौड़ ने जांच बैठाते हुए तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कमल कुमार पुत्र साधुराम निवासी क्लेमनटाउन ने कैंट बोर्ड कार्यालय के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत से दस्तावेज़ बनवाये। इस दस्तावेज़ के आधार पर कमल कुमार ने प्रेमनगर स्थित एक बैंक से तीन लाख रूपये का लोन लिया। कुछ माह तक किस्त भी जमा किया।  लाॅकडाउन के दौरान से कमल कुमार ने किस्त जमा नहीं किया। जिसके बाद बैंक वालों ने कमल कुमार से संपर्क किया। इस दौरान कमल कुमार ने कहा कि उसने नौकरी छोड़ दी हैं। आजकल दिल्ली में कंपटीशन की तैयारी में जुटा हुआ हैं। कैंट बोर्ड द्वारा  फंड मिलते ही किस्त जमा कर देगा। कई माह बीत जाने के बाद भी कमल कुमार ने किस्त जमा नहीं किया। इसके बाद बैंक ने कैंट बोर्ड को पत्राचार किया है। इधर, कैंट बोर्ड के कुछ स्टाॅफ इस मामले को दबाने में जुटे हुए हैं। कमल कुमार से इस संबंध में बातचीत करने का प्रयास किया। लेकिन उनका नंबर बंद जा रहा है। भविष्य में बात होने पर उनका पक्षा रखा जाएगा।

कोट्स-
बैंक से पत्र मिला है। हमने जांच बैठा दी है। तीन दिन में जांच कमेटी से रिपोर्ट सौपने को बोला है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभिषेक राठौड़, सीईओ छावनी परिषद क्लेमनटाउन

बैंक ने दस्तावेज के आधार पर तीन लाख रूपये का लोन स्वीकृत किया था। किस्त जमा नहीं करने पर कैंट बोर्ड को पत्राचार किया है। जानकारी मिल रही  है कि लोन लेने वाला व्यक्ति कैंट बोर्ड का स्टाॅफ नहीं है।  रोहित बिष्ट, मैनेजर काॅरपोरेटिव बैंक प्रेमनगर


कमल कुमार कैंट बोर्ड का स्टाॅफ नहीं है। कार्यालय के ही किसी व्यक्ति ने हमारे फर्जी हस्ताक्षर कर इसका दुरूप्रयोग किया है। आलोक शर्मा, अकाउंटेंट कैंट बोर्ड क्लेमनटाउन