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• Tue, 15 Jun 2021 3:26 pm IST


कुंभ में आने वालों की कोरोना जांच में हुआ बड़ा घोटाला


हरिद्वार। कुंभ मेले में कोरोना की जांच को लेकर बड़ा घोटाला प्रकाश में आया है। जिस पर शासन के विशेष निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने मुख्य विकास अधिकारी को जांच सौंप दी है। वहीं शासन ने भी इस मामले पर स्वत संज्ञान लेते हुए कोरोना की जांच करने वाली हरियाणा की एक प्राइवेट लैब को दिए जाने वाले करीब 3 करोड रुपए के भुगतान पर रोक लगा दी है। इस घोटाले की शिकायत सामने आने को लेकर प्रशासन से लेकर शासन तक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि कुंभ काल में इस तरह के कई और घोटाले भी हो सकते हैं। जिनकी व्यापक स्तर पर जांच कराने की मांग भी उठने लगी है। जितनी भी लैब द्वारा जांच की गई उन सभी के दस्तावेजों की जांच कराने की भी मांग उठाई गई है यह सभी प्रयोगशाला में जांच के दायरे में आ गई हैं। पिछले दिनों कोरोना का प्रभाव तेजी से बढ़े हो। उस समय हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन होने के चलते सरकार से लेकर उच्च न्यायालय तक बड़े पैमाने पर कोरोना संबंधी जांच कराने के निर्देश दिए गए थे। सरकार ने इसके लिए अलग-अलग क्षेत्र की 20 प्राइवेट पैथोलॉजी लैब से संपर्क किया था। इनमें हरियाणा की एक लैब भी शामिल थी। मामला उस समय प्रकाश में आया जब पंजाब के एक व्यक्ति के मोबाइल फोन पर उसकी कोरोना जांच की रिपोर्ट भेज दी गई। यह बताया गया कि जिस दिन वह व्यक्ति हरिद्वार जनपद में आया था । बॉर्डर पर उसकी जांच का सैंपल लिया गया और उस आधार पर रिपोर्ट भेजी गई लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि वह व्यक्ति उस दौरान कभी हरिद्वार में आया ही नहीं था। इस पर उसने आईसीएमआर में शिकायत करते हुए जांच के नाम पर घोटाला किए जाने की आशंका जताई उसकी शिकायत को तत्परता से लेते हुए आईसीएमआर में प्रदेश सरकार को जांच कराने के निर्देश दिए तथा शिकायत भी स्थानांतरित कर दी। समाजसेवी जेपी बडोनी ने इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच कराने की मांग सरकार से की है और जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग भी उठाई है।