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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 24 Feb 2022 2:39 pm IST


रूस ने दी चुनौती, अब क्या करेगा अमेरिका?


रूस की सीमा से लगे पूर्वी यूक्रेन के दोनबास इलाके के विद्रोही दोनेत्स्क और लुहांस्क राज्यों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देकर रूस ने विश्व भू-राजनीति में अपनी अहमियत का अहसास कराया है। रूस के इस अप्रत्याशित कदम का किसी ने अनुमान नहीं किया था, हालांकि इस तरह की अटकलबाजी चल रही थी कि रूस दोनों राज्यों को मान्यता दे सकता है।

करीब दो महीने से सीमाओं पर टैंकों, तोपों, मिसाइलों के साथ बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों की तैनाती की वजह से रूस और यूक्रेन के बीच तनाव तो पैदा हुआ ही, अमेरिका भी इस विवाद में कूद पड़ा। वह यूक्रेन को नाटो का भावी सदस्य मानते हुए यह कह रहा था कि नाटो के किसी भी सदस्य के खिलाफ हमला, अमेरिका पर हमला माना जाएगा। पश्चिमी हलकों में कहा जा रहा था कि रूस ने यूक्रेन पर सैन्य अतिक्रमण किया तो रूस और नाटो के बीच सीधा सैन्य संघर्ष हो सकता है, जिसके अकल्पनीय नतीजे न केवल यूरोप को झेलने पड़ेंगे बल्कि बाकी दुनिया भी इससे अछूती नहीं रहेगी। इन सभी चेतावनियों की परवाह किए बगैर रूस ने अमेरिका को सीधा ललकारा है। देखना है कि नाटो यूक्रेन के दोनों विद्रोही राज्यों में कथित रूसी शांति रक्षक सेना का किस तरह मुकाबला करता है।

रूस की सीमा से लगे पूर्वी यूक्रेन के दोनबास इलाके के विद्रोही दोनेत्स्क और लुहांस्क राज्यों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देकर रूस ने विश्व भू-राजनीति में अपनी अहमियत का अहसास कराया है। रूस के इस अप्रत्याशित कदम का किसी ने अनुमान नहीं किया था, हालांकि इस तरह की अटकलबाजी चल रही थी कि रूस दोनों राज्यों को मान्यता दे सकता है।

करीब दो महीने से सीमाओं पर टैंकों, तोपों, मिसाइलों के साथ बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों की तैनाती की वजह से रूस और यूक्रेन के बीच तनाव तो पैदा हुआ ही, अमेरिका भी इस विवाद में कूद पड़ा। वह यूक्रेन को नाटो का भावी सदस्य मानते हुए यह कह रहा था कि नाटो के किसी भी सदस्य के खिलाफ हमला, अमेरिका पर हमला माना जाएगा। पश्चिमी हलकों में कहा जा रहा था कि रूस ने यूक्रेन पर सैन्य अतिक्रमण किया तो रूस और नाटो के बीच सीधा सैन्य संघर्ष हो सकता है, जिसके अकल्पनीय नतीजे न केवल यूरोप को झेलने पड़ेंगे बल्कि बाकी दुनिया भी इससे अछूती नहीं रहेगी। इन सभी चेतावनियों की परवाह किए बगैर रूस ने अमेरिका को सीधा ललकारा है। देखना है कि नाटो यूक्रेन के दोनों विद्रोही राज्यों में कथित रूसी शांति रक्षक सेना का किस तरह मुकाबला करता है।

सौजन्य से - नवभारत टाइम्स