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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 25 Dec 2021 4:35 pm IST


OTT वही आगे, जिसमें लगा है देसी तड़का


कोरोना आने के बाद ओटीटी ने मनोरंजन उद्योग को नई दिशा दे दी है। फिक्की और कंसल्टिंग फर्म ईवाई की रिपोर्ट है कि 2019 में 2.8 करोड़ तो 2020 में 5.3 करोड़ से अधिक लोगों ने भारत में ओटीटी सब्सक्रिप्शन लिया है, जो सीधे 49 फीसदी की बढ़ोतरी है। दूसरी तरफ सिनेमा हॉल के 62 फीसदी दर्शक कम हो गए और टीवी के 13 फीसदी।

दरअसल ओटीटी प्लेटफॉर्म (स्ट्रीमिंग सेवा) स्थापित करने के लिए टेलिविजन के मुकाबले किसी बड़ी पूंजी की जरूरत नहीं है। नेटफ्लिक्स और अमेजॉन के दबदबे वाली इस दुनिया के भारतीय बाजार में कई देसी प्लेटफॉर्म्स ने भी सफलता का स्वाद चखा है। मसलन, बालाजी टेलिफिल्म्स की सहायक कंपनी आल्ट बालाजी ने सितंबर 2021 तक 18 लाख उपभोक्ताओं को जोड़ा, जो तीन साल पहले के पौने तीन लाख सब्सक्राइबर्स से कई गुना अधिक हैं। जी-5 और सोनी लिव जैसे अन्य प्लेटफॉर्मों को तो प्रवासी विदेशी दर्शकों ने भी सिर-माथे बिठाया है।

यह भारत की विविधता का ही कमाल है कि दुनिया भर में अपने उपभोक्ताओं की संख्या के मामले में बड़ा नाम बन चुके नेटफ्लिक्स और अमेजॉन के सितारे भारत में इतने बुलंद नहीं हैं। स्ट्रीमिंग गाइड जस्ट वाच की एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 की तीसरी तिमाही में डिज्नी प्लस- हॉटस्टार 25 फीसदी की वृद्धि दर के साथ पहले नंबर पर है। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेजॉन प्राइम विडियो है, जिसकी वृद्धि दर 19 फीसदी है। नेटफ्लिक्स इन तीनों में सबसे पीछे तीसरे स्थान पर है और उसकी वृद्धि दर 17 फीसदी है, जो पहले के मुकाबले कम हुई है।

डिज्नी प्लस- हॉटस्टार लगातार तीसरी बार सबसे ज्यादा वृद्धि के साथ पहले नंबर पर बना हुआ है। इसी साल जनवरी में डिज्नी प्लस- हॉटस्टार की वृद्धि दर 20 फीसदी थी, जो तीसरी तिमाही यानी सितंबर तक बढ़कर 25 फीसदी हो गई। इसका सीधा असर नेटफ्लिक्स पर हुआ, जिसकी वृद्धि दर दूसरी तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही में दो फीसदी कम हुई है। डिज्नी प्लस- हॉटस्टार और अमेजॉन प्राइम की सफलता की एक बड़ी वजह इन प्लेटफॉर्म पर लगातार भारतीय भाषाओं में ओरिजनल कंटेंट दिखाना भी है, जबकि नेटफ्लिक्स पर मौजूद ज्यादातर कंटेंट अंग्रेजी या बाकी यूरोपीय भाषाओं में हैं। हालांकि नेटफ्लिक्स अपने कंटेंट को भारतीय भाषाओं में डब कर रहा है पर क्षेत्रीयता के मामले में डिज्नी प्लस- हॉटस्टार के कंटेंट में ज्यादा भारतीयता दिखती है। अमेजॉन भी भारतीय दर्शकों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम परोस रहा है। वहीं एमएक्स प्लेयर पर 12 भाषाओं में 150,000 घंटे से अधिक का विडियो कंटेंट उपलब्ध है, जो दर्शकों को खूब लुभा रहा है।

दूसरी वजह अमेजॉन प्राइम परिवार के सदस्यों के लिए अलग-अलग अकाउंट का उपयोग नहीं करता है- ये सब एक ही छतरी के नीचे होते हैं। मगर इसके जरिए प्रोफाइल बनाकर अलग-अलग डिवाइस पर शो और फिल्में देखी जा सकती हैं। लेकिन अगर एक ही समय में एक खाते पर बहुत से लोग स्ट्रीमिंग कर रहे हैं, तो स्क्रीन पर इसका एक संदेश आएगा। नेटफ्लिक्स प्लान के आधार पर एक से चार डिवाइस पर कहीं भी कार्यक्रम देखने की सुविधा देता है। इस सबमें अपेक्षाकृत रूप से डिज्नी प्लस- हॉटस्टार सेवा सबसे उदार है, जो चार उपकरणों पर स्ट्रीमिंग की अनुमति देती है। इसमें सात अलग-अलग प्रोफाइल बनाने का विकल्प भी होता है। भारत में इसकी लोकप्रियता का यह एक बड़ा कारण भी है।

आंकड़ों से इतर इतिहास गवाह है कि इंसानी व्यवहार में परिवर्तन कभी पीछे की ओर नहीं लौटता। कोविड काल ने हमारी दिनचर्या के हर क्षेत्र में असर डाला है और इनमें से बहुत सी चीजें अब हमेशा के लिए हमारे जीवन का अंग बन जाएंगी। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर समय बिताना ऐसी एक आदत है। हालांकि ओटीटी पर अश्लीलता फैलाने के आरोप भी हैं पर कंटेंट के तौर पर वहां जितनी विविधता है, वह अब टेलीविजन के पास नहीं है, फिर टीवी पर विज्ञापनों की भरमार दर्शकों की तल्लीनता भी तोड़ती है। तथ्य यह भी है कि पारंपरिक रूप से फिल्मों को पहली टक्कर टेलीविजन से मिली, फिर वीसीआर, उसके बाद सीडी/डीवीडी आया, पर हमारे सिनेमा हॉल रूप बदल-बदल कर इन सब चुनौतियों का सामना करते रहे। ओटीटी प्लेटफॉर्म से मिलती इस चुनौती का सामना टीवी और फिल्म उद्योग कैसे करेगा, इसका फैसला अभी होना है।

सौजन्य से - नवभारत टाइम्स