कईं कयासों और अनेक आंकलनों के बाद आखिरकार भाजपा के निष्कासित हरक सिंह रावत की कांग्रेस में भूमिका स्पष्ट हो ही गई। टिकट की चाह ने हरक की राह ही बदल दी। अब वो चुनावी वार नही कांग्रेस का प्रचार करेंगे। लेकिन सवाल है कि 32 साल का राजनीतिक इतिहास रखने वाले हरक इस दफा सियासी जाल मे कैसे फंस गए ?