दुनिया में अजीबोगरीब खाने के शौकीन तो आपने देखे ही होंगे, लेकिन क्या आपने कभी किसी को बालू खाते हुए देखा है । ये कहानी 75 साल की कुसुमावती देवी की है जो रोजाना एक पाव से आधा किलो तक बालू खाती है, कुसुमावती की मानें तो जब वह 18 साल की थी तब वैघ के कहने उन्होंने कंडे की राख खाना शुरू किया था। कुसुमावती कहती है की कंडे की राख खाते-खाते उन्होंने धीरे-धीरे बालू खाना शुरु कर दिया.