क्या आसान है शहादत की डगर पर चलना
क्या आसान है 84 दिन तक आमरण अनशन करना
क्या आसान है सारी प्रताड़ना सहकर राज्य को आजादी दिलाना
नहीं
लेकिन संभव है अगर व्यक्ति "श्री देव सुमन" जैसा हो वह व्यक्ति जिसने राज्य को आजाद कराने का ऐसा सपना देखा कि उस सपने में अपनी जिंदगी तक झोंकदी और आगे बढ़ कर टेहरी जिले को आजादी दिलाई।
इस व्यक्ति ने क्या कुछ न सहा , झूठे मुकदमें , जेल की सजा, जानवरो जैसे व्यव्हार हर वो प्रताड़ना जो इंसान तो तोड़दे इन सब के बावजूद श्री देव सुमन" ने आंदोलन का ऐसा राग छेड़ा की लोगों के दिल में देश भक्ति जगा दी और फिर वो कर दिखाया कि इनका नाम इतिहास के पन्नों में अमर हो गया और इन्हें उत्तराखंड का भगत सिंह कहा जाने लगा। आखिर कौन थे "श्री देव सुमन"जिन्होंने बेहद कम उम्र में टिहरी की आजादी का सपना देखा था। देखिये हमारी ये खास पेशकश