देश की आजादी में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए जान कुर्बान करने वाले शहीद सैनिकों के बारे में नई पीढ़ी अनजान नहीं रहेगी। इन सबके जीवन वृत्त को कहानी के रूप में शामिल कर स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा। यह सबकुछ नई शिक्षा नीति के तहत किया जाएगा।
प्रदेश सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर जल्द अमल करने जा रही है। नई नीति के जिन बिंदुओं पर वित्तीय खर्च नहीं होना है, उन्हें तुरंत अमलीजामा पहना दिया जाएगा। इस कड़ी में प्रदेश सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। छठी से आठवीं कक्षा तक नैतिक शिक्षा को लागू किया जा रहा है। साथ में उत्तराखंड से नाता रखने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में स्कूली बच्चों को बताया जाएगा। आजादी की लड़ाई में सेनानियों के संघर्ष और अमूल्य योगदान के बारे में बच्चों को जानकारी दी जाएगी। सहायक पुस्तिकाएं तैयार करेगा विभाग शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत इस विषय पर जल्द अमल किया जाएगा। आजादी की लड़ाई में उत्तराखंड के योगदान के बारे में बच्चों को विस्तार से पता होना चाहिए।