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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 7 Oct 2022 6:07 pm IST


बच्चों से लेकर बड़ों तक खांसी के सिरप के हो सकते हैं नुकसान, सीखें घरेलू उपचार


खांसी और जुकाम की दवाओं से साइड इफेक्ट्स होते हैं। छोटे बच्चों पर इनका ज्यादा खराब असर हो सकता है। फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (FDA) भी 2 साल से छोटी उम्र के बच्चों को खांसी की दवाएं न देने की सलाह देता है। कई दवाओं में 4 साल तक के बच्चों को दवा न देने की वॉर्निंग दी जाती है। अगर खांसी बहुत सीरियस नहीं है तो 6 साल तक के बच्चे को सर्दी-खांसी के लिए दवाओं की जगह घरेलू उपचार दें :

बच्चे को दें भाप- अगर बच्चे की नाक जाम है तो डिस्टिल्ड वॉटर या पानी उबालकर नाक में स्प्रे कर सकते हैं। बच्चा एक साल से बड़ा है तो 2-3 बूंद डालें एक साल से छोटा है तो 1 बूंद ही डालें। इसके बाद एक नॉस्ट्रिल (नथुना) बंद करके दूसरे से नाक निकालने को कहें, बच्चा छोटा है तो आप उन्हें करवाएं। बच्चे को भाप दें और गुनगुने पानी से नहलाएं

गुनगुना पानी दें- बच्चा अगर 6 महीने से 1 साल का है तो दिन में चार बार 1 से 2 चम्मच गुनगुना नींबू पानी पीने को दें। बच्चा छोटा है तो डॉक्टर की सलाह लें। 

ज्यादा छोटे बच्चे को न दें शहद- एक साल से बड़े बच्चे को आधा चम्मच शहद खिला सकते हैं। बच्चे को हर्बल टी भी दी जी सकती है। लेकिन कम मात्रा में दें। सोते वक्त बच्चे के सिर के नीचे एक्स्ट्रा तकिया रखकर सिर ऊंचा कर दें। बच्चा 2 साल से बड़ा है तो सीने पर विक्स मल सकते हैं।