पिछले हफ्ते लॉन्च हुए चीन के सबसे बड़े रॉकेट के अवशेष हिंद महासागर में जाकर गिरे। धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने के बाद ये मलबा हिंद महासागर में जा गिरा। हालांकि वायुमंडल में प्रवेश करते ही मलबे के बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया गया था। बता दें कि पहले ही चीन के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दे दी थी कि रॉकेट के अवशेषों को धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते ही दोबारा जला दिया जाएगा और इससे नुकसान होने का अनुमान कम होगा।
शुक्रवार शाम को अमेरिका में किए गए एक ट्वीट के माध्यम से एयरोस्पेस कॉरपोरेशन ने जानकारी दी कि सेंटर फॉर आर्बिटल रीएंट्री एंड डेब्रिस स्टडीज द्वारा लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट बॉडी के पुनः प्रवेश के लिए के लिए की गई भविष्यवाणी के मुताबिक, ये मलबा रविवार शाम को चार बजे के आसपास धरती के वायुमंडल में प्रवेश करेगा।