राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने पाकिस्तान से पलायन कर आए गैर मुस्लिम डॉक्टरों को भारत में मेडिकल प्रैक्टिस करने की इजाजत दे दी है। इसके लिए छात्रों को बस एक परीक्षा देनी होगी।
वहीं इस प्रस्तावित परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने को लेकर विशेषज्ञों का एक समूह भी बनाया गया है। जिससे अल्पसंख्यकों में चिकित्सा स्नातकों को इजाज मिल सके। इन अल्पसंख्यकों में वे लोग थे। जिन्हें अभ्यास करने और स्थायी रजिस्ट्रेशन के लिए भारतीय नागरिकता मिली थी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिमों से 8,244 नागरिकता आवेदन प्राप्त हुए थे। जिनमें से 3,117 को नागरिकता दी गई थी।