बागेश्वर। सीएमओ कार्यालय सभागार में कार्यशाला का आयोजन हुआ। यहां आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम की जानकारी दी गई। उन्हें संक्रामक रोगों को लक्षण के आधार पर वर्गीकृत करने के बारे में बताया। साथ ही संक्रमितों की पहचान कर उन्हें इलाज के लिए प्रेरित करने को कहा गया।सीएमओ डॉ. डीपी जोशी ने बताया कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के अनुसार बीमारियों को बुखार, तीन सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, तीव्र शारीरिक पक्षाघात, डायरिया, पीलिया और असामान्य घटनाओं के कारण मृत्यु या अस्पताल में भर्ती होना के तहत वर्गीकृत किया जाता है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता बीमारी को वर्गीकृत करता है। इसके बाद रोगी की वास्तविक बीमारी की पहचान की जाती है। एसीएमओ डॉ. देवेश चौहान ने कार्यकर्ताओं से कोरोना के नए स्वरूप जेएन-1 के बारे में जानकारी दी। साथ ही लोगों को जागरूक करने को कहा। यहां गिरीश पंत, पंकज कुमार, हेमंत कुमार आदि मौजूद रहे।