कृषि विज्ञान केंद्र ग्वालदम में तीन दिवसीय महिला कृषकों के प्रशिक्षण शिविर में 40 महिला कृषकों को मुर्गी पालन, पशुपालन और डेयरी उद्योग से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद अटारी की ओर से इस माह पांच प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. हिना कौसर ने खेती में होने वाली समस्याओं के समाधान की विधि बताई। उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के लिए नई तकनीक से खेती करनी जरूरी है। साथ ही मुर्गी पालन और पशुपालन से भी महिला कृषक अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। वैज्ञानिक डीसी काला ने कहा कि पशुपालन में संतुलित आहार और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, जिससे पशु बीमार न पड़ें। वैज्ञानिक गिरीश जोशी ने कहा कि जैविक उत्पादन से हम अपनी आर्थिकी को मजबूत बना सकते हैं। इस अवसर पर महिला किसान लक्ष्मी देवी, तुलसी देवी, हेमा देवी, पुष्पा देवी, कमला देवी थे।