Read in App


• Wed, 26 Jun 2024 6:37 pm IST


सहकारिता बैंक घोटाले में कांग्रेस ने धन सिंह पर निशाना लगाया - मंत्री को "सोता हुआ" बताया !



सहकारी बैंक में चौथे श्रेणी के पदों पर हुई भर्ती में घोटाले के बाद कार्रवाई शुरू हो गई है। बता दें कि कोर्ट के आदेश पर हुई जांच में नियुक्ति पा चुके पांच कर्मी गड़बड़ी के दोषी पाए गए थे। इनमें से एक कर्मी की मौत हो चुकी है, वहीं देहरादून और उधमसिंह नगर जिले के चार कर्मियों को अब बर्खास्त कर दिया गया है। इस मामले में कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धन सिंह रावत पर निशाना साधा। कांग्रेस का कहना  है की पिछले 7 वर्षो से मंत्री जी निंद्रा आसन  में बैठे हुए थे, जिस वजह से कार्यवाई करने मे काफी समय लग गया।याद दिला दें की 2020-21 में जिला सहकारी बैंक में चौथे श्रेणी के पदों पर भर्ती हुई थी। जिस में प्रमाणपत्रों में हेराफेरी कर नौकरी देने का आरोप लगा था। 225 पदों पर हुई भर्ती में जमकर गड़बड़ी हुई थी। चयन प्रक्रिया से लेकर साक्षात्कार में भाई भतीजावाद भी सामने आया था।  इस मामले को लेकर कोर्ट में पीआईएल दाखिल की गई । मामले का संज्ञान लेते हुए शासन को निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए। जिसके बाद जिले में पांच स्तरीय कमेटी ने जांच की , जिसकी रिपोर्ट प्रशासक के रूप में तैनात सीडीओ मनीष कुमार को सौंप दी थी। रिपोर्ट में पाया गया कि नियुक्ति के कुछ माह बाद ही सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई। वहीं, मदन मोहन भट्ट, हिमांशु नेगी, अमर सिंह व अतुल गिरि के प्रमाणपत्रों में गड़बड़ी मिली थी। सीडीओ ने प्रशासक के रूप में कर्मचारियों के बर्खास्तगी की अनुमति दे दी थी। प्रशासक की तरफ से अनुमति मिलते ही जीएम सुरेश सिंह ने चारों कर्मियों को बर्खास्त कर दिया है