लगभग दो साल के दौरान छह सीरीज, 17 मैच खेलकर भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। अब शुक्रवार की दोपहर जब साउथैम्पटन में खिताबी मुकाबला शुरू होगा तब विराट सेना पूरा जोर लगा देगी। कोहली की टोली फेवरेट मानी जा रही न्यूजीलैंड टीम को कोई मौका नहीं देना चाहेगी। मौसम, पिच भले ही कीवियों के साथ हो, लेकिन अगर भारत के ये पांच तोप आग उगलने लगे तो उन्हें ट्रॉफी उठाने से भी कोई नहीं रोक पाएगा।
विराट कोहली भले ही कोहली का आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक बांग्लादेश के खिलाफ पिंक बॉल टेस्ट में दो साल पहले आया था, लेकिन एक सीरीज में तीन बार 600 से ज्यादा रन बनाने वाले वह एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं।
रोहित शर्मा न्यूजीलैंड के खिलाफ सर्वाधिक टेस्ट एवरेज रखने वाला बल्लेबाज।
ऋषभ पंत इस खब्बू बल्लेबाज के रूप में भारत के पास एक ऐसा ट्रंप कार्ड है, जो किसी भी विपक्षी टीम को बैकफुट पर ला सकता है।
रविचंद्रन अश्विन यहां फाइनल के साथ-साथ भारत के पास 21वीं सदी में 100वां टेस्ट मैच जीतने का भी मौका होगा।
जसप्रीत बुमराह
भारतीय पेस आक्रमण के अगुवा जस्सी ही होंगे। भले ही टीम में उनसे अनुभवी पेसर्स हैं, लेकिन उतना प्रभावी नहीं।