हरिद्वार। किसान नेता पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह की 34वीं पुण्यतिथि पर इन्द्रलोक सामुदायिक केंद्र में यज्ञ किया गया। चौधरी देवपाल राठी द्वारा संपन्न कराए गए यज्ञ में प्रभात कौशिक व जोबिन्दरपाल आर्य मुख्य यज्ञमान रहे। यज्ञ के उपरांत गोष्ठी में चौधरी चरणसिंह को स्मरण करते हुए चैधरी देवपाल सिंह राठी ने कहा कि किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह ने जीवन भर कभी किसी गलत बात का समर्थन नही किया। वीके त्रिपाठी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह बहुत ईमानदार व अपनी बात पर अटल रहने वाले व्यक्ति थे। जब यूपी में पटवारियों की हड़ताल हुई तो चधरी साहब ने उन्हें समझाने की बेहद कोशिश की कि आप काम पर वापस आये।
नहीं माने तो पटवारी के स्थान पर लेखपाल के पद पर जीत कर दिए थे। विजय पाल ने भी चौधरी चरण सिंह से जुड़े कई संस्मरण सुनाए । नरेश बलियान ने कहा कि किसी थाने की लगातार शिकायत आ रही थी तो चौधरी साहब रात में अपनी भैस चोरी की रिपोर्ट लिखाने सभी को पीछे खड़ा कर अकेले पहुँच गए। उनके मैले कपड़े देख कर उनकी रिपोर्ट नही लिखी गयी। फिर दीवान ने कहा कि कुछ भेट दें तो रिपोर्ट लिखी जाएगी। चौधरी साहब ने कहा कि पहले रिपोर्ट लिखो तब पैसे दूँगा। जब दीवान ने भैस चोरी की रिपोर्ट लिख कर उस पर अंगूठा (हस्ताक्षर )लगाने को कहा तो उन्होंने हस्ताक्षर करने को कहा व उंन्होने अपनी जेब से मोहर निकाल कर उस रिपोर्ट पर लगाई तो ये देखकर वो हैरान रह गए कि ये तो चौधरी चरणसिंह हैं।
उंन्होने तुरन्त पूरा थाना सस्पेंड कर दिया। ईमानदारी की मिसाल चैधरी चरणसिंह हमेशा जमीन से जुड़े रहे। इसीलिए किसानों मे वे देवता की तरह पूजे जाते है। इस अवसर पर चौ.देवपाल सिंह राठी, रवीश राजपूत, जोबिन्दर पाल आर्य, मुख्तयार सिंह, पंकज चौहान, नरेंद्र सिंह तेवतिया, हेमन्त मलिक, प्रभात कौशिक, विजय पाल सिह, सुदेश चैधरी, कुशल वीर सिंह, मनोज कुमार, उर्मिला देवी, योगेन्द्र पाल राणा, नरेश बलियान, मनवीर सिंह सिरोही, अरविंद सैनी, हरपाल सिंह, नीरज कुमार, नरेंद्र मालिक, निरंकार सिंह, सिकन्दर सिंह, रकम सिंह, अभय गुप्ता, राहुल चौधरी, वीके त्रिपाठी सम्मलित रहे। गोष्ठी का संचालन सुदेश चौधरी ने किया।