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• Thu, 22 Jul 2021 9:00 pm IST


साहस,शान्ति और उर्वरता का प्रतीक है तिरंगा- स्वामी चिदानंद


परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत की आजादी के इतिहास में 22 जुलाई का दिन बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। क्योंकि आज का दिन देश के राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ा हुआ है। जब संविधान सभा ने तिरंगे को देश के राष्ट्रीय ध्वज के तौर पर अंगीकार किया था।  पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि भारत का इतिहास गौरवशाली एवं स्वर्णिम रहा है। भारत की क्रान्तियां भी शान्ति की स्थापना के लिए ही हुई हैं। क्योंकि भारत का इतिहास और संस्कृति के मूल में शान्ति ही समाहित है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति की विशालता श्वसुधैव कुटुंबकम्श् के पवित्र सूत्र में निहित है।