रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड संस्कृत अकादमी हरिद्वार की मदद से ऑनलाइन व्याख्यानमाला आयोजित की गई। दरअसल, इसके आयोजन का उद्देश्य संस्कृत भाषा का संरक्षण, संवर्द्धन और प्रचार है। बता दें, कि ऑनलाइन व्याख्यानमाला संस्कृत मास महोत्सव के शुभारंभ पर आयोजित की गई। मौके पर वक्ताओं ने संस्कृत के महत्व व भविष्य की संभावनाओं व रोजगार पर चर्चा की। डॉ. कंचन तिवारी ने कहा कि छात्र संस्कृत पढ़कर ज्योतिषाचार्य, शिक्षक, आयुर्वेदाचार्य, वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ बनकर सफल हो सकते हैं।साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि देववाणी संस्कृत को सभी विद्यालयों में अनिवार्य विषय के रूप में स्वीकृति मिलनी चाहिए।