रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा पर 20 नवंबर को उपचुनाव होना है. उपचुनाव के लिए आज सोमवार 18 नवंबर शाम को पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया. लेकिन चुनाव प्रचार के आखिर दिन कांग्रेस ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने प्रेस कान्फ्रेंस कर बीजेपी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.
हरीश रावत की प्रेस कान्फ्रेंस: प्रेस कान्फ्रेंस में हरीश रावत के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी मौजूद रहे. इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार झूठ बोल रहे है. भाजपा को पहले ही झूठ बोलने में महारत हासिल है और ऐसा ही एक झूठ मुख्यमंत्री लगातार बोल रहें कि मनोज रावत ने अपने विधायक रहते हुए 6 करोड़ विधायक निधि खर्च नहीं कर पाए, जो लैप्स हो गई. ये बात सरासर झूठ है.
सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल करने का लगाया आरोप: उन्होंने प्रमाण देते हुए कहा कि विधायक रहते हुए मनोज रावत ने शत-प्रतिशत विधायक निधि खर्च की है. सीडीओ दफ्तर के आंकड़ो से अपनी बात को उन्होंने प्रमाणित भी किया. हरीश रावत को आरोप है कि इस समय सारी सरकारी मशीनरी केदारनाथ विधानसभा में चुनावों को प्रभावित करने के लिए लगी हुई है. इसमें केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारी शामिल हैं. इसके अलावा पैंसों से वोट खरीदने की तैयारियां तेजी से शुरू हो गई हैं.
आचार संहिता के खुले उल्लंघन का आरोप: कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया जा रहा है. दिल्ली, देहरादून जैसे शहरों में काम कर रहे केदारनाथ के वोटरों को लालच देकर केदारघाटी में लाया जा रहा है और भाजपा के पक्ष में वोट देने का दबाव बनाया जा रहा है, जो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है.
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग से की मुलाकात: उत्तराखंड कांग्रेस के सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने सोमवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की. उन्होंने भाजपा पर केदारनाथ उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए शाम पांच बजे तक भाजपा के मंत्रियों विधायकों, आरएसएस पदाधिकारियों को जिले से बाहर किए जाने की मांग उठाई.